
बिलासपुर।बिलासपुर जिले के सबसे व्यवस्थित हॉस्पिटल कहे जाने वाले अपोलो बिलासपुर की चिकित्सा लापरवाही फिर से सुर्खियों में है।रामशंकर नाम के मरीज को विगत 10 जुलाई को अपोलो में भर्ती कराया गया।जहां प्रारंभिक चिकित्सा के दौरान अस्पताल प्रबंधन ने मरीज के परिजन को मरीज के जल्द स्वस्थ हो जाने की बात कही गई।अस्पताल के चिकित्सकों ने प्रारंभिक जांच के दौरान बताया कि मरीज जल्द से जल्द स्वस्थ होकर अपने घर लौट जाएगा।पर परिजनों का आरोप है कि 12 दिवसीय चिकित्सा के दौरान अस्पताल प्रबंधन ने बताया कि मरीज की तबियत अचानक से क्रिटिकल हो रही है जबकि ठीक एक दिन पहले चिकित्सक ने मरीज के परिजन को बताया कि मरीज जल्द ही स्वस्थ हो जाएगा। उसके उपरांत एक दिन ही बाद ही मरीज को फिर से इमरजेंसी वार्ड में भर्ती किया गया।जहां इलाज के दौरान मरीज की आकस्मिक मृत्यु हो गई।इस विषय में परिजन का आरोप के इस संबंध में उन्हें संतुष्ट रूप से सूचना नहीं दी गई।जब परिजनों ने अस्पताल प्रबंधन से इसका कारण जानना चाहा तो अस्पताल प्रबंधन ने सरकंडा थाने से पुलिस अधिकारियों को बुला लिया।जिससे और भी विवाद बढ़ गया, अब देखने वाली बात यह है कि पुलिस की मौजूदगी में अस्पताल प्रबंधन परजिनों को क्या समझना चाहती है,अब यह देखने का विषय बन गया है।इस संबंध में हम जल्द ही इस माध्यम से अगली खबर प्रकाशित करेंगे।







